Thu , Jul 03 2025
कोई खुद को सबसे बड़ा समझता है,
कोई खुद को हमेशा पीड़ित मानता है,
कोई अपनी ही राय को सच मानता है।
' ऐसे में अगर आप सीधे जाकर उसकी गलती बताओगे, तो वो डिफेंसिव हो जाएगा।
जितना ज्यादा तुम सामने वाले को गलत बताओगे, उतना हीं वो अपनी बात पर अड़ जाएगा।
क्यो?
क्योंकि हर इंसान अपने EGO को बचाना चाहता है।
एक मैनेजर हर बार अपने जूनियर्स को डांटता था कि उनकी सोच गलत है। जुनियर्स और जिद्दी हो जाते।
फिर उसने तरीका बदला, पहले उनकी बात पूरी सुनता, उनकी चिंता समझता, फिर धीरे से अपना पॉइंट रखता।
नतीजा? लोग खुद मानने लगे।
लोग तब बदलते हैं जब उन्हें लगे कि तुम उनकी बात समझ रहे हो।
सामने वाले को पूरी बात कहने दो। पहले उसकी सोच को समझो, फिर धीरे-धीरे उसे दूसरी नजर से सोचने पर लाओ ।
जब लोग सुने जाने लगते हैं, तो वो बदलने को भी तैयार हो जाते हैं।
बदलाव तब आता है जब सामने वाला खुद सोचे, "हां, इसमें दम है।"
बताओ , क्या कभी ऐसा हुआ कि आप किसी को समझा रहे थे, लेकिन वो सुन ही नहीं रहा था?
या जब आपने पहले उसकी बात सुनी, तो उसने खुद आपकी बात मान ली?
कमेंट में शेयर करो, आपकी कहानी दूसरों की सीख बन सकती है।
I am a full time software developer but sometimes I like to write my travel blogs and some knowledgeable thoughts and contents. According to me, LifeDB is the best website to share anything.
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