Wed , Mar 12 2025
सिर ऊँचा है, दिल में जोश,
हर मुश्किल का मिला है होश।
न डर किसी से, न शंका है,
मैं खुद अपनी पहचान हूँ क्या कमी यहां?
दुनिया चाहे हँसे या ताने दे,
मैं गिरूं, उठूं, पर ना माने दे।
मेरा हौसला, मेरी पहचान,
हर राह पर लिखूँ नई उड़ान।
अपनी आवाज़ पर है यकीन,
हर मुश्किल अब लगती महीन।
जो चाहूँगा, वो पाऊँगा,
अपने सपनों को सच बनाऊँगा।
तो बढ़ चल, हर डर मिटा,
खुद पर रख विश्वास सदा।
सपने ऊँचे, हौसले साथ,
जीत होगी तेरे हाथ!
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