Thu , Jul 10 2025
जयपुर: राजस्थान के पशुपालकों के लिए खुशखबरी है. प्रदेश सरकार ने बजट घोषणा 2025-26 को अमलीजामा पहनाते हुए पशुपालन विभाग के तहत 28 जिलों में 197 नए पशु चिकित्सा उपकेंद्र खोलने की मंजूरी दे दी है. इस फैसले से लाखों पशुपालकों को सीधा फायदा मिलेगा और पशुओं के इलाज और देखभाल की सुविधाएं और सुलभ होंगी.
पशुपालन विभाग के निदेशक डॉ. आनंद सेजरा ने इस अहम फैसले की जानकारी साझा करते हुए कहा कि ये उपकेंद्र पशुपालकों के लिए वरदान साबित होंगे. उन्होंने इस पहल के लिए पशुपालन मंत्री जोराराम कुमावत का आभार व्यक्त किया और कहा कि अब गांव-गांव तक पशु चिकित्सा सेवाएं पहुंचाना आसान होगा.
इन जिलों को मिलेगा सबसे ज्यादा फायदा : डॉ. सेजरा ने बताया कि जिन जिलों में सबसे अधिक उपकेंद्र खोले जा रहे हैं, उनमें बाड़मेर में 18, उदयपुर में 17, बीकानेर में 15, जोधपुर में 14, भीलवाड़ा में 13, चित्तौड़गढ़ में 11 और पाली में 10 उपकेंद्र शामिल हैं. कुल मिलाकर प्रदेश के 28 जिलों में 197 नए स्थानों पर पशु चिकित्सा उपकेंद्र स्थापित किए जाएंगे.
इतना ही नहीं, इन उप केंद्रों के संचालन के लिए सरकार ने पशुधन निरीक्षक और पशु परिचर के 394 नए पदों के सृजन को भी मंजूरी दे दी है. इससे न सिर्फ रोजगार के अवसर बढ़ेंगे, बल्कि पशुपालकों को समय पर इलाज और परामर्श भी उपलब्ध हो सकेगा.
फर्नीचर और उपकरण के लिए भी बजट : इन उपकेंद्रों के लिए सरकार ने आवश्यक फर्नीचर और उपकरणों की खरीद के लिए हर उप केंद्र को 30-30 हजार रुपये की राशि भी स्वीकृत की है. इसका मतलब है कि नए केंद्र पूरी तरह से सुसज्जित होकर तैयार किए जाएंगे, ताकि पशुपालकों को किसी तरह की असुविधा न हो.
माना जा रहा है कि इस कदम से प्रदेश के पशुपालकों की दशा और दिशा दोनों को सुधारने की दिशा में काम आगे बढ़ेगा. साथ ही इससे पशुपालन व्यवसाय को नई ऊर्जा मिलेगी, जिससे ग्रामीण अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिलेगी.
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