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Jul 20, 2025 |
नई दिल्ली:भारत और अमेरिका के बीच में पांचवें राउंड की ट्रेड डील पूरी हो गई है. दोनों देश टैरिफ पर आम सहमति बनाने के लिए बातचीत कर रहे हैं. डील के डोर ओपन हैं, लेकिन अभी तक कुछ फाइनल नहीं हो पाया है. भारत ने एक बार फिर अंतर्राष्ट्रीय ट्रेड डील के प्रति अपने दृढ़ रुख का संकेत दिया है. भारत के मुख्य वार्ताकार और वाणिज्य विभाग में विशेष सचिव राजेश अग्रवाल के नेतृत्व में भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने 14 से 17 जुलाई तक अमेरिका में चार दिनों तक विचार-विमर्श किया. लेकिन डील फाइनल नहीं हुई है. आइए समझते हैं कि किस बात पर दोनों देशों के बीच मामला अटका हुआ है.
भारत और अमेरिका के बीच ट्रेड पर सबसे बड़ां पेंच एग्रीकल्चर और डेयरी सेक्टर को लेकर फंस रहा है. क्योंकि अमेरिका भारतीय बाजार में अपने प्रोडक्ट्स को कम शुल्क पर पेश करना चाहता है. इन दोनों सेक्टर में वह फ्री मार्केट चाहता है और भारत इस पर सहमत नहीं है. एक्सपर्ट का मानना है कि यूएस और इंडिया के बीच ट्रेड डील अभी टक अटकने में इस सेक्टर पर बात न बन पाना एक बड़ी वजह है.
वहीं, डील को लेकर केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा है कि हमारे लिए राष्ट्रीय हित सर्वोपरि है. उन्होंने इस बात पर खासा जोर दिया कि भारत मीडिया के माध्यम से नहीं, बल्कि बातचीत और समझौता करने पर ज्यादा जोर देता है. भारत बाहरी दबाव के बजाय रणनीतिक धैर्य को प्राथमिकता देता है. भारत अपने आईटी, कपड़ा और दवा उद्योगों तक पहुंच सुनिश्चित करने पर ध्यान केंद्रित करता है.
उद्योगों तक पहुंच सुनिश्चित करने पर ध्यान केंद्रित करता है.
पांचवें राउंड की बातचीत खत्म हो गई है, लेकिन लगता है दोनों पक्षों ने दरवाजा खुला रखा है. भारत अब अंदरूनी तौर पर रिजल्ट्स का विश्लेषण करेगा और अपनी स्ट्रैटेजी को दोबारा तैयार करेगा. फिर भी, ये साफ होता जा रहा है कि भारत किसी डील के लिए दबाव में नहीं है.
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